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बात कर लीजे वगरना दिल खफ़ा हो जायेगा / रंजना वर्मा
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बात कर लीजे वगरना दिल खफ़ा हो जायेगा
बेवजह ही आप से कुछ आसरा हो जायेगा
है नहीं मूरत अगरचे मत कहो पत्थर इसे
मान लेंगे हम जिसे भी वो खुदा हो जायेगा
किसलिये बेचैन हो ग़र मिल न पायी राह तो
हम जिधर भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जायेगा
क्या सँवारे हुस्न कोई क्या दिखाये अब अदा
देख ले भर आँख जो भी आईना हो जायेगा
है अजब कारीगरी वल्लाह तेरे हुस्न की
देख लेगा जो तुझे वो बावफ़ा हो जायेगा
कीजिये इज़्ज़त हमेशा आप भी माँ बाप की
लफ़्ज़ जो निकले जबां से वो दुआ हो जायेगा
मोहिनी सूरत छिपाये फिर रहा है साँवरा
इक नज़र जो देख लेगा आशना हो जायेगा