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बादल / फ़ेदेरिको गार्सिया लोर्का
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चाहती हैं पहाड़ियाँ
निकल आएँ उनके पंख
और खोजती हैं वे
बादल
सफ़ेद बुर्राक़ !
अंग्रेज़ी से अनुवाद : गुलशेर खान शानी