मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बान्हि के बनिसार हम हाजतमे त दऽ देबै
बान्हि के बनिसार जखनी हाजतमे दऽ ने देबै हौ
बान्हि के बनिसारऽऽ
बान्हि के बनिसार हम आय
हाजतमे दऽ देबै हौ।
बान्हि के बनिसार हम हाजतमे त दऽ देबै
बान्हि के बनिसार जखनी हाजतमे दऽ ने देबै हौ
बान्हि के बनिसारऽऽ
बान्हि के बनिसार हम आय
हाजतमे दऽ देबै हौ।