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बाबा केर अंगनामे एलै कहरिया / मैथिली लोकगीत

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

बाबा केर अंगनामे एलै कहरिया, सूनू बाबा मिनती हमार
एक बेर फेरलहुँ बेटी दुइ बेर फेरलहुँ, तेसर बेर फेरलो ने जाय
साँठू हे आमा पउती पेटरिया, हाँकू बाबा गाय महींस
आमाकेँ कानबे नगर लोक कानय, बाबा के कानबे दरबार
भइया के कानबे भीजल चदरिया, भउजी केर हृदय कठोर
किए हम आहे भउजो, नून तेल हेरायल, किए कोठी फोड़ल तोर
नहि अहाँ आहे ननदो, नून तेल हेरेलौं, नहि फोड़ल कोठी मोर
भइया दुलारू, बाबा आमां के दुलारू, तैं अहाँ बैरिन मोर