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बाबा के फरूआ / हम्मर लेहू तोहर देह / भावना
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आइ माई के बड़का लाठी जइसन
रूम-क्लीनर से
घर के सफाई करइत देख
हमरा इआद आ गेल
बाबा के फरूआ
जेकरा से
ऊ हमेशा काढ़इत रहथ
गाय के गोबर
आऊर कहियो
दूरा पर पसारल अनाजो
समटाइत रहे
उहे फरूआ से।
उहे फरूआ के देख क
बनाएल गेल ह-
रूम-क्लीनर
जेकरा से अब लोग
कोना सानी सब्भे साफ करईअऽ।