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रेशम के कीड़े
अब हैं तैयार
गेहूँ अधपीला
पहाड़ पर
मूसलाधार बारिश
किसान
जोतते नहीं हैं खेत
न औरतें चुनतीं शहतूत
श्वेत वेशभूषा में
शान से बैठे हैं
सभागार में
ऊँचाई पर
अमरावतार।
मूल चीनी भाषा से अनुवाद : त्रिनेत्र जोशी
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रेशम के कीड़े
अब हैं तैयार
गेहूँ अधपीला
पहाड़ पर
मूसलाधार बारिश
किसान
जोतते नहीं हैं खेत
न औरतें चुनतीं शहतूत
श्वेत वेशभूषा में
शान से बैठे हैं
सभागार में
ऊँचाई पर
अमरावतार।
मूल चीनी भाषा से अनुवाद : त्रिनेत्र जोशी