भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बारिश ही होती है वह / नंदकिशोर आचार्य
Kavita Kosh से
बाद बारिश के
हरा हो जाता जो जंगल
क्या वही होता है
जल गया था जो
ताप में अपने?
जंगल नहीं होता है हरा, दरअसल
बारिश ही होती है वह
जंगल की तपिश
को पीती
अपने हरे में जीती।