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बाल पहेलियाँ-2 / दीनदयाल शर्मा

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१.

गले में कम्बल पीठ पर थुथनी
रखती है थन चार,
दूध, घी और देती बछड़ा
करते हम सब प्यार।

२.

बोझा ढोता है जो दिन भर
करता नहीं पुकार,
मालिक दो होते हैं जिसके
धोबी और कुम्हार।

३.

चोरों पर जो झपटा करता
घर का है रखवाला,
भौं -भौं करने पर डर जाता
चाहे हो दिलवाला।


४.

लम्बी गर्दन पीठ पर कूबड़
घड़ों पानी पी जाए,
टीलों पर जो सरपट दौड़े
मरुथल जहाज़ कहाए।

५.

तांगा, बग्घी, रथ चलाते
मन करे तो हिनहिनाते,
चने चाव से खाते हैं
खड़े-खड़े सो जाते हैं।

उत्तर :
१. गाय
२. गधा
३. कुत्ता
४. ऊँट
५. घोड़ा