भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बाल भिखारिन / केदारनाथ अग्रवाल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

पतली दुबली
देह टिटिहरी
धूप-धूप में चलते-फिरते
नंगे पाँव
छोटी लड़की
छुटभैयों से माँग रही है
छोटे मुँह से
छोटी भीख
अपना छोटा पेट
खलाए
मुट्ठी भर आटे
की ढेरी तसली में बैठाए-
हिमगिरि को इस तरह उठाए।

रचनाकाल: १६-०६-१९७७, बाँदा