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बाव बहेले पुरवइया मोरे ननदी / भोजपुरी

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बाव बहेले पुरवइया मोरे ननदी, गोंइठन सुनुगेले आग।
मोर जीव घसर-मसर करे मोरे ननदी, ओही रे गभरुआ के साथ।।१।।
कहवाँ रे सिरिजेले ओही जोड़ी जँतवा, कहवाँ सिरिजे झीन गेंहूँ।
कहवाँ हो सिरिजले ननदी के भइयवा, ओही रे गभरुआ के साथ।।२।।
परबत सिरिजेले ओही जोड़ी जँतवा, कुरखेते सिरिजे झीन गेंहूँ।
सासु कोखि सिरिजल ननदी के भइयववा, ओही रे गभरुआ के साथ।।३।।
डगर बुलिय-बुली हाँक पारे गोरिया, कि कवन घरे बा रे जँतिसार।
कि कवने घरे बा रे मनुख जोरी जँतवा, कि ओही रे गभरुआ के साथ।।४।।
पुरुबे-पछिम पर डँड़हर गोरिया, कि तवने घर बा रे जँतिसार।
कि तवने घरे बा रे मानुख जोरी जँतवा, कि ओही रे गभरुआ के साथ।।५।।
जाँत नाहीं चलले, मकरियो ना डोले, कि जुअवा पकडि़ कामिन रोवे।
जुअवा पकडि़ के रोवेले बारी कामिन, कि ओही रे गभरुआ के साथ।।६।।
पासावा त खेले राजा बेल-तर बबूर-तर, कि तोर धनि रोवे जँतिसार।
तोत धनि रोवेले ओही जँतसरिया, कि ओही रे गभरुआ के साथ।।७।।
पासावा त बीगे बेल-तर बबूर-तर, धाइ के पइठलें जँतिसार।
बाँह धइ उठवलें, जाँघे बइठवले, कि अपने पटुकवा लोर पोंछे।।८।।
तोहरो पटुकवा राजा दर-दरबारवा, कि हमरे आँचरे लोर पोंछू।।९।।
किया तोके धनिया के सास गरिआवली कि किया रे ननदी बोली मारे।
किया तोके धनिया ससुर गरिअवलें, कि ओही रे गभरुआ के साथ।।१0।।
नाहीं मोरे कुँअर ससुर गरिअवलें, नाहीं रे ननदी बोली मारे।
हम त बानी राजा प्रेम के पिआसल, नित दिन दरसन देहू।।११।।