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बिकता क्या है / चंद्र रेखा ढडवाल
Kavita Kosh से
बेचती है औरत
अपना सौंदर्य
बिकवाने में लगा जानता है
क्या बेचा
खरीदने वाला समझता है
क्या ख़रीदा