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बिन्दु-पराग: रंग-अनुराग / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’

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सोदर-युगल बिहारी गोपीकान्त, निरेषण हंस
अधिवक्ता हरीन्द्र अभिभावित नेह राखि स्मृतिवत
अंतरंग बहिरंग एकरँग एकरँग बन्धुत्वक नहि अत
साक्षी देव - देवकीनन्दन एखनहु स्मृति जीवंत
वर्षा - मंगल, झूला फगुआ, दुर्गा - लक्ष्मी पर्व
सन्ध्या सुरभित, ललित कला कृति, संयत रंगत गर्व
पत्र - पत्रिका, खेल - धूप गप-सप कत गान-बजान
चाह-पान मंगल-विनोद नित - रोज भोज उद्यान
तालबला बदरी ओस्तादक वासुदेव संगीत
पत्ती - पत्ती रंग संग सतरज रंजनी रीत
द्वारवंगली, बंगला, कोठी नीली गुंजित नित्य
मित्रमंडली मंडित खनहु न खडित उत्सव - नृत्य
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गुरु - लघु सेवक-सेव्य छोट-बड़ जत जे भूति-विभूति
गत-आगत-अनागत क प्रति अर्पित सुमनस अनुभूति