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बिल्ली / दीनदयाल शर्मा
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बिल्ली आई, बिल्ली आई,
पूँछ हिलाती बिल्ली आई।
देखो दीदी! देखो भाई!
मूँछ हिलाती बिल्ली आई।
चुपके चुपके बिल्ली आई,
खा गई सारी रस मलाई।