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बीमारी / दीनदयाल शर्मा

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म्हूं भी
कित्तौ पागल हूं
उमीदां पाळणै री बीमारी
कीं ज्यादा ई है
म्हारै मांय

लोगां दांईं
क्यूं नीं बण सकूं मैं

मन्नै भी
कुत्ता पाळना चाइजै।