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बीस / प्रमोद कुमार शर्मा
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सबद रै साथै खेल करो थे
म्हे अराधां सबद नैं
साधां आठूं पौर
-मोतियां री ढाळ!
थे बरतो सबद नैं
-रोटियां री ढाळ!
गुड़को हो चौफेर
-गोटियां री ढाळ!
पण अेक दिन सबद चेतो करसी
थंारै सूं थोड़ो पछेतो करसी
मारसी चोट
-सोटियां री ढाळ!