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बुबरी कँटवा गड़ेला पीछी मोरे हे / भोजपुरी
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बुबरी कँटवा गड़ेला पीछी मोरे हे,
अरी हे, हे गोरी, झापु न पीठी जुरवा बनउले।।बबुरी.।।
केही भइले हे मनरा, केही हे झलिवाहे।।बबुरी.।।
मेघा भइले हे मनरा, बिजली झलिवाहे।
अरी हे, हे गोरी, झापु न पीछी जुरवा बनउले।।बबुरी.।।