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बेगमपुरा / कर्मानंद आर्य

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तुम हमारा रास्ता रोक दो
यह तुम्हारी औकात में है

तुम हमें शिक्षा से वंचित कर दो
विद्यालयों पर तुम्हारा कब्ज़ा है

तुम हमें मरने के लिए छोड़ दो
सब साधन तुम्हारे हाथ में हैं

तुम हमें लूला, लंगड़ा कर दो
सब शस्त्र तुम्हारे हाथ में है

अभिशप्त नायक ही सही
तुम हमें डरा सकते हो

किसी को उठना सिखाया नहीं
तुम हमें गिरा सकते हो

मैं ताली नहीं बजाऊंगा
तुम्हें नायक नहीं बनाऊंगा

प्रकृति तुम्हारी दास नहीं
तुमको है यह विश्वास नहीं

हम नायक हैं, अभिशप्त सही
हम अपना राज्य बनायेंगे

यह बात ठीक से लिख लो तुम
हम बेगमपुरा बसायेंगे
हम बेगमपुरा बसायेंगे