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बेजगह / मनोज कुमार झा
Kavita Kosh से
प्रेम में हूँ कहता था तो पूछ डाला
क्या बंगालन है?
अकड़ते कहा नहीं उजबक कॉस्मोपॉलिटन है
मैं तो हड़क गया
क्या पलट के आया गोरा पलटन है!