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बेटियो के सभ दियो पढ़ाउ / एस. मनोज
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बेटियो के सभ दियो पढ़ाउ
पढाउ यै बहिना
बेटियो के सभ दियो पढाउ
बेटा आ बेटी मे फर्क हम कैलियै
बेटी क जिनगी बनैबे नहि कैलियै
बेटियो क जिनगी बनाउ
बनाउ यै बहिना
बेटियो के सब दियो पढाउ
अंधविश्वास मे सिमटल छी अहिना
ज्ञान विज्ञान सँ कोनो काजे नहि जहिना
ज्ञान दिश नजैर के घुमाउ
घुमाउ यै बहिना
बेटियो क सभ दियो पढाउ
लोकतंत्र मे समता चाही
सभ्य समाज के हम सब छी राही
अपनो आब जिनगी सजाउ
सजाउ यै बहिना
बेटियो क सभ दियो पढाउ