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बेटी ठाड़ी किवाड़ की ओट सुहाग दें रई पार्वती / बुन्देली
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बुन्देली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
बेटी ठाड़ी किवाड़ की ओट सुहाग दें रई पार्वती।
आजी तुम हो जाओ तैयार
लै लो गजमोतिन के थार, बई में बूँदा रख लो चार
अपनी सेंदुर सें भर लो माँग।
सुहाग दें रई पार्वती।
मैया तुम हो जाओ तैयार
लैलो हीरा मानिक के थार, बई में रख लो बूँदा चार
अपनी सेंदुर सें भर लो माँग
सुहाग दें रई पार्वती।
बेटी ठाड़ीं किवाड़ की ओट सुहाग दें रई पार्वती।