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बेटी प्यार के कहानी होली माई बाप के / रामरक्षा मिश्र विमल

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बेटी प्यार के कहानी होली माई बाप के
बेटी अँखियन के पानी होली माई बाप के।

केकरा के पानी चाहीं केकरा के खाना
कहाँ गीत गाके बाटे नेवता पुराना
बेटी नइहर के नानी होली माई बाप के।

सासु आ ससुरजी के करेली ऊ सेवा
सभके खियावेली ऊ नेहिया के मेवा
बेटी ससुरा के रानी होली माई बाप के।

दुशमन जो तकिहें त अँखिया निकलिहें
अनको के दुख बेटी अपने समझिहें
बेटी आग कबो पानी होली माई बाप के।

ससुरा खातिर तन मन धन अरपन
बलमा प सब सुख करेली समरपन
बेटी त्याग के कहानी होली माई बाप के।