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बेफिकरा / निशान्त
Kavita Kosh से
मणोमण पाणी
‘टॉयलेट‘ मांय गाळणियां नै
ए.सी. गाड्यां माथै चालणियां नै
जाबक ई ध्यान नीं है
कै सूकता जा रेया है
बां री मौज-मस्ती रा सरोत
अर ध्यान है भी तो
सोचै - घणांई है
आपां स्यूं पैलां
मरणिया
आं चीज्यां बिना ।