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बैल बियावै, गैया बाँझ / 26 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

जानवर के मीटिंग में
जानवर आदमी के बारे मेॅ
अपनोॅ-अपनोॅ राय राखी रहलोॅ छेलै
एकें कही रहलोॅ छेलै-
आदमी के पास
हेनोॅ कोय्यो गुण नै
जे हमरा सिनी सेॅ नै मिलै छै
यही लेॅ वहू सब
कोय जानवर सेॅ कम नै छै।

अनुवाद:

जानवर अपने मीटिंग में
आदमी के बारे में
अपनी-अपनी राय रख रहे थे
एक कह रहा था-
आदमी के पास
ऐसा कोई गुण नहीं
जो उनसे मिलता नहीं
इसलिए वह भी
किसी जानवर से कम नहीं।