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बैल बियावै, गैया बाँझ / 2 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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एक दिन शेरें
कुत्ता केॅ माँस खैतेॅ देखी लेलकै
तेॅ वै कुत्ता के बोटी-बोटी करी
आदमी के सामना मेॅ फेंकी देलकै।
अनुवाद:
एक दिन शेर ने,
कुत्ते को माँस खाते देख लिया
उसने कुत्ते की बोटी-बोटी कर
आदमी के सामने फेंक दिया।