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बैल बियावै, गैया बाँझ / 32 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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बाजें
मादा बाज सेॅ कहलकै-
देखैं ई आदमी केॅ
आदमी होय्यो केॅ
आदमिये के शिकार करै छै
है सब सेॅ अच्छा तेॅ हमरा सिनी छीं
जे बाज होय्यो केॅ
बाजोॅ के शिकार नै करै छियै।

अनुवाद:

बाज ने
मादा बाज से कहा-
देखो-इस आदमी को
आदमी होकर
आदमी का ही शिकार करता है
इससे अच्छे तो हम हैं
बाज होकर भी
बाज का शिकार नहीं करते