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बैल बियावै, गैया बाँझ / 33 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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जानवरोॅ के
अदालत मेॅ
सियार के खिलाफ
वकीलें दलील देलकै-
हुजूर,
यैं तेॅ हमरोॅ मुबक्किल
आदमियों केॅ
ठगी लेलेॅ छै।
दलील सुनी केॅ
जजेॅ फैसला सुनैलकै-
हेनोॅ कभियो नै हुएॅ सकै छै
आरोपी सेॅ ज्यादा चालाक
आदमी बुझावै छै।
अनुवाद:
जानवरों के
न्यायालय में
सियार के विरूद्ध
वकील ने दलील दिया-
हुजूर,
इसने तो उनके मुवकिल
आदमी को
भी ठग लिया है।
दलील सुनकर
जज ने फैसला सुनाया-
ऐसा कभी नहीं हो सकता है
आरोपी से ज्यादा चालाक
आदमी लगता है।