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बैल बियावै, गैया बाँझ / 38 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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जबेॅ सेॅ
आदमी केॅ पहरा पर लगैलोॅ गेलै
घरोॅ के ताला टूटेॅ लागलै
आरो तभिये सेॅ
आदमी के जग्घोॅ में कुत्ता केॅ
पहरा पर लगैलोॅ जावेॅ लागलै।
अनुवाद:
जब से
आदमी को पहरे पर लगाया
मकानों के ताले टूटने लगे
और तभी से
कुत्ते को आदमी की जगह
पहरे पर लगाया जाने लगा।