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बैल बियावै, गैया बाँझ / 39 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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आदमीं
जानवर के वफादारी करलकै
तेॅ वैं आदमी केॅ
पीठी पर लै केॅ घूमै छै
जानवरें आदमी के वफादारी करलकै
तेॅ आदमी ओकरा पालतू बनाय केॅ
काटी-काटी खाय छै।
अनुवाद:
आदमी ने
जानवर की वफादारी की,
तो वह उसे
पीठ पर लेकर घूमारहा है
जानवर ने आदमी की वफादारी की,
तो आदमी ने उसे पालतू बनाकर
काट-काट कर खा रहा है।