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बैल बियावै, गैया बाँझ / 3 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय

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शेरें सियार के मुँहोॅ मेॅ
माँस के लोथड़ा देखी
दहाड़ते हुएॅ कहलकै-
तोहें हुकुम के उल्लंघन कैन्हें करलैं
सियारें झटसेॅ कहलकै-
हुजूर आदमी के नगीच पहुँचाय ऐलियै।

अनुवाद:

शेर ने सियार के मुँह में
माँस का लोथड़ा देखकर
दहाड़ते हुए कहा-
तुमने आदेश का उल्लंघन क्यों किया
उसने झट से कहा
हुजूर आदमी के पास पहुँचा दिया।