भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बैल बियावै, गैया बाँझ / 57 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
Kavita Kosh से
चूहियां
चूहा सें कहलकै-
डागडर तेॅ भगवान होय छै।
चूहां कहलकै-
पैसा वाला लेली भगवान छेकै
हमरोॅ नगीचे मेॅ देखोॅ
रोगी महीनो सेॅ हलकान छै।
अनुवाद:
चूहिया ने
चूहे से कहा-
डॉक्टर तो भगवान है
चूहा ने कहा-
पैसे वालों के लिए भगवान है,
मेरे बगल में देखो
मरीज महीनों से परेशान है।