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बैल बियावै, गैया बाँझ / 64 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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सूअरें कहलकै-
हम्मेॅ आदमी सेॅ अच्छा छी
हम्मेॅ ऊपर सेॅ
ऊ भीतरोॅ सेॅ मैलोॅ छै
ऊ सृष्टि के अहित मेॅ
हम्मेॅ हित मेॅ लागलोॅ रहै छियै
यही सेॅ तेॅ
हम्मेॅ बराहो रूपोॅ मेॅ पूजलोॅ जाय छी।
अनुवाद:
सूअर ने कहा-
मैं आदमी से अच्छा हूँ
मैं ऊपर से
वह भीतर से गंदा है,
वह सृष्टि के अहित में
मैं हित मैं हूँ लगारहता
इसीलिए तो
मैं बराह रूप में पूजा जाता।