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बैल बियावै, गैया बाँझ / 7 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
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जबेॅ सेॅ आदमी
माँसोॅ लेॅ जंगल जावेॅ लागलै
तहिये सेॅ माँसाहारी पशु-पक्षी
फूल-फूल खावेॅ लागलैं।
अनुवाद:
जबसे आदमी
माँस के लिए जंगल आने लगा
तब से माँसाहरी पशु-पक्षी
फल-फूल खाने लगे