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भउजी कहली / विनय राय ‘बबुरंग’
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भउजी कहली
कि
ए बबुआ
गरहन लागल बा
एमे खाइल ना जाला
हमहूं जवाब देहलीं-
अपना सास-ससुर से
झगड़ के
अपना मरद क कपारे
चढ़ के
बार-बार कोहना के
नइहर में
बिना पूछले
जाइल ना जाला।