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भगवान है कण कण में तो मूरत क्या है / रमेश तन्हा
Kavita Kosh से
भगवान है कण कण में तो मूरत क्या है
मूरत की परस्तिश की ज़रूरत क्या है
मूरत भी तो कण कण से बनी है, तो फिर
मूरत की परस्तिश में कदूरत क्या है।