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भट्टा पर पिपरी / गुरेश मोहन घोष

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जीवूँ पुछलकै-बाबा!
ई भट्टा पर एत्तेॅ पिपरी कैन्हें छै?
कहलियै-जाबेॅ दे,
ई कोनोॅ चीनी डीलर के भट्ठा होतै।