भाईवाले घरों में बहनें रहती हैं पार्श्व में / निर्मला गर्ग
अहोई अष्टमी है यह कार्तिक की
तारों को पूजकर व्रत तोड़ेंगी माँएँ
ये माँएँ बेटों की हैं
बेटियाँ छू रहीं साक्षात् तारे तो क्या
बेटियाँ बेटियाँ हैं
वंश तो वे नहीं चलातीं
उनके लिए क्यों होगा कोई अनुष्ठान
हाँ, ख़त्म करने के पारंपरिक उपायों में
जुड़ गई हैं नई-नई तकनीकें
देश में प्रधानमंत्री बनी थी एक स्त्री
संयोग से उसके भाई नहीं था
वरना यह अवसर उसे नहीं मिलता
उसकी पौत्री लायक है भाई से ज़्यादा
पर उसे पीछे कर दिया गया
भाईवाले घरों में बहनें रहतीं हैं पार्श्व में
पर्याप्त योग्यता के बावज़ूद
राखी जैसे त्यौहार भी जो बेहद पवित्र माने जाते हैं
ठहराते हैं उन्हें दोयम दर्ज़े का ही
बहनें धागा बाँधेगीं
भाई उनकी रक्षा करेंगे !
भाई को मिलता है उनके हिस्से का भी धन
यदि बहन माँग ले अपना अधिकार
तो सारे संबंध तितिर-बितिर
अर्थ ! अर्थ ही है जीवन का मूलाधार
उसी से चालित है समस्त संसार
प्रेम घृणा सहयोग संबंध
सब उसके आनुषांगिक हैं
रचनाकाल : 2007