भागि गेल मिथिला सँ / नरेश कुमार विकल
चलि गेल बेल बट्टम मीनी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।
चलि गेल डोसा बिलाएलदलि-पूड़ी
शंकर-महादेव ने मुर्गाक मूड़ी
कोयला कें आगाँ मे हारि गेल गिन्नी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।
विद्यापतिक गीत छोड़ि जपै छथि बॉबी
पुछबन्हि तऽ कहता हमर अछि हॉबी
झोंटा बढ़ाकऽ बनल छथि हिप्पी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।
सीता कें बिसरि लोक जपै छथि हेमामाली
भारतीक नाम नै छन्हि मात्र गीतावाली
बबिता आ शायरा कें कहै छथि दीदी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।
सलेक्स सलवार मिलिकऽ फाड़लक साड़ी
लुंगी-कुर्त्ता मलमल कें पेन्है छथि नारी
आँचर कें उड़ाऽ देलक शीशा सनकें ओढ़नी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।
गाउन पहिरिकऽ गोसाउनि पूजै छथि
गोसाउनिक गीत छोड़ि फिल्मी गबै छथि
टाई लगाकऽ बिसरि गेलनि तौनी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।
शादी बियाह मे पेन्है छथि शूट
गेंठी मे साड़ी रूमालक खूंट
भेंटत ने कुर्त्ता-धोती पाग आने बुन्नी।
भागि गेल मिथिला सँ चूड़ा-दही-चीनी।