भाग - 10 / मेरी प्रिय गीत पहेलियाँ / श्रीप्रसाद
कच्चे-कच्चे
कच्चे-कच्चे खट्टे होते
मीठे होते पके-पके
पीले-पीले लगे पेड़ पर
अब टपके, अब, अब टपके
लालू भाग गया दो लेकर
कहीं बैठकर खाएगा
अबकी गिरा एक भी तो फिर
उसको अनू उठाएगा।
उत्तर: आम
फूल खिला है
फूल खिला है, फूल खिला है
फूल खिला है कैसा
नहीं किसी ने देखा होगा
फूल कभी भी ऐसा
मगर फूल इतना ऊँचा है
कोई तोड़ न पाए
जो देखे सो इसे देखता
अचरज से रह जाए।
उत्तर: सूरज
आते तारे
एक बड़ा भारी गोला है
जिसमें आते तारे
जिसमें आते चंदा मामा
दूध भरे चमकारे
रोज सुबह इसमें ही आते
जगमग सूरज भाई
जूही के फूलों-सी इसमें
खिलती सदा जुन्हाई।
उत्तर: आकाश
एक दिया-सा
लंबे-लबे कान खड़े हैं
फुदक-फुदककर चलता है
कितनी सुंदर-सी आँखें हैं
एक दिया-सा जलता है
अभी यहाँ था, गया वहाँ पर
गायब हुआ फुदक करके
लो वह आया एक मिनट में
मेरे पास फुदक करके।
उत्तर: खरगोश
पीली आई
नीली आई, पीली आई
रेशम-सी चमकीली आई
अभी यहाँ थी, गई कहाँ अब
उड़कर आएगी जाने कब।
उत्तर: तितली
रात हुई
बात सुनो, तसवीरें देखो
यह साधारण बात हुई
लेकिन इसके जाते कैसे
बिलकुल काली रात हुई।
उत्तर: बिजली
नदियों में
नदियों में है, नालों में है
सागर में है भरा हुआ
हम उसको ही तो पीते हैं
गागर में है भरा हुआ
झरने इससे ही बहते हैं
बरसे बादल में आकर
धरती हरी-भरी करता है
झमझम-झमझम बरसाकर।
उत्तर: पानी
घूम रहा है
घूम रहा है सिर के ऊपर
हवा आ रहीहै
दीदी हमको गाना हँस-
हँसकर सुना रही है
अगर गई बिजली तो फिर
यह घूम न पाएगा
तब कमरे में गरमी का
मौसम आ जाएगा।
उत्तर: पंखा
कटोरे दो
छोटे-बड़े कटोरे दो
भीतर-बाहर रक्खे वो
गोरा है बेटा जैसा
पिता नहीं गोरा वैसा।
उत्तर: नारियल
आता है
आता है वह पानी से
पर न मिले आसानी से
काँटे चुभ-चुभ जाते हैं
लेकिन उसको खाते हैं।
उत्तर: सिंघाड़ा
म्याऊँ
म्याऊँ-म्याऊँ कौन बोलता
आँखें बड़ी दिखाता है
अगर अँधेरा हो तो कोई
इसे देख डर जाता है
लेकिन डर की बात नहीं है
चुपके से यह आती है
मगर एक गलती करती है
आकर दूध गिराती है।
उत्तर: बिल्ली
खाया आम
बुला रहा है बाग आम का
पास हमारे आ
अपना कोई मीठा गाना
हमको जरा सुना
खाया आम, सुनाया गाना
बार-बार गाया
यह मिठास तेरी बोली में
बता कैसे है आया।
उत्तर: कोयल
सोने की थाली
आसमान में आता है
सारा जग चमकाता है
फूल खिलाता है सुंदर
धरती लगती जगर-मगर
इसके ही तो आने पर
अँधियारा जाता डरकर
पूरब में आती लाली
उगती सोने की थाली।
उत्तर: सूरज