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भाग - 4 / मेरी प्रिय गीत पहेलियाँ / श्रीप्रसाद

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घू-घू

इसे रात अच्छी लगती है
घू-घू-घू-घू करता है
सूरज और रोशनी से यह
शायद मन में डरता है

अजब देह है, अजब आँख हैं
बच्चों को लगताहै डर
इसके छिपने की होती है
जगह एक ही, बस खँडहर।
उत्तर: उल्लू

ऊँचे हैं

ऊँचे हैं, ऊँचे हैं, ऊँचे
धरती का है छाता
लेकिन उसे न मिलती छाया
जो भी नीचे आता

खड़े हुए धरती के ऊपर
झूम-झूमकर हिलते
आसमान से बातें करते
आसमान से मिलते।
उत्तर: ताड़

हवा मिले

हवा मिले तो गजब करे
पानी पीये तुरत मरे
काम न चलता उसके बिन
अर्थ बताओ तकतकधिन।
उत्तर: आग

काला है

काला-काला-काला है
गाता गीत निराला है
लेकिन हमें जगाता है
मुँडेरे पर आता है।
उत्तर: कौवा

हरियाली पाँखें

ऊचचूभ हरियाली पाँखें
लाल चोंच है बाँकी
इसे हाथ से छू मत देना
मारेगा यह टाँकी।

हरे पेड़ पर बैठा-बैठा
गाता है यह गाना
भूख लगे तो इसको केवल
मिरची हरी खिलाना।
उत्तर: तोता

उड़कर आए

उड़कर आए, उड़कर जाए
जले दिये-सा जगरमगर
कहाँ तेल है, कैसे जलता
उड़ने पर लगता सुंदर

इसे पकड़ने को मन करता
पर ये आता हाथ नहीं
यहाँ भागता, वहाँ भागता
हम चल पाते साथ नहीं।
उत्तर: जुगनू

मीठा गाना

एक पेड़ पर वह बैठी है
मीठा गाना गाती है
पका आम जो कहीं देखती
उसको जाकर खाती है

मीठाफल खाने से इसकी
मीठी-मीठी बोली है
किसकी बोली मीठी होती
मिसरी जैसी घोली है।
उत्तर: कोयल

एक पेड़ है

एक पेड़ है, आसमान तक
जिसकी है ऊँचाई
उसके फल के मीठे रस को
सब पीते हैं भाई

मेरे घर में एक पेड़ है
आसमान तक जाता
लेकिन इसके ऊपर पक्षी
कभी नहीं आ पाता।
उत्तर: ताड़

गाना गाये

एक नहीं, दो नहीं, कई हैं
बैठे हैं तालाब किनारे
पाँति बना करके बैठे हैं
छोटे-छोटे प्यारे-प्यारे

बीच-बीच में बड़े-बड़े हैं
इन्हें देखकर बादल आये
रिमझिम पानी बरस रहा है
इनकी टोली गाना गाये।
उत्तर: मेंढक

तीन पैर की

तीन पैर की छम्मकछल्लो
सर्र से गई बगल से
देख रहा हूँ इसको जाते
इसी सड़क से, कल से

दादा इससे ही जाएँगे
शायद परसों काशी
तब तो मैं भी साथ रहूँगा
और रहेगी आशी।
उत्तर: ऑटोरिक्शा

एक नहीं

एक नहीं दो नहीं, करें क्या
इनकी हम गिनती
कोई गिनकर हमें बताये
करते हैं विनती

आसमान में लगा हुआ है
इनका ही मेला
खिले हुए सुंदर फूलों का
है ठेलमठेला।
उत्तर: तारे