भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भाभी आई / जियाउर रहमान जाफरी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

चंदा ने जब शादी रचाई
दुल्हन बनकर चांदनी आई

हुए बराती तारे सारे
आसमान के प्यारे-प्यारे

बादल ने किया ढोल बजाया
लिए रोशनी सूरज आया

बारातों में पहले आकर
चमकी बिजली खुशी मनाकर

गीत गई कोयल ने गाये
मोर ने अपने नाच दिखाए

बारिश बर्फ़ में ढल कर पहुंची
कपड़े नये बदलकर पहुंची

चांद को दी फिर सबने बधाई
चांदनी जैसी भाभी आई