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भायला ! / सांवर दइया
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					कैड़ा बरस्या ए  लोर  भायला !
घर-आंगन ऊग्यो थोर भायला !
 
दूध नै छाछ  बता  दाम धामै,
गळी-गळी ऊभा चोर भायला !
दो  दाणा  में  करामात  ठाडी,
टूटियो सत भूल्या जोर भायला !
कंठां तांई आया  म्हैं तो अबै,
आ ई है जे बा भोर भायला !
आ बातां सूं मन बिलमै कोनी,
बात  कोई नुंवी टोर भायला !
 
	
	

