भारत मइया के असली सपूत बनवइ / सिलसिला / रणजीत दुधु
रामकृष्ण बुध गांधी के हम दूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ
फेरू से लगइवइ कसके एक बार जोर
न´ रहतइ एकोगो के अँखिया में लोर
सत्य अहिंसा के चदरिया के हम सूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ
न´ रहवइ बनके अब केकरो पिछलगुआ
खोज खोज लइवइ संत के बनाके अगुआ
जेकरा भजे सभे अउसने हम बूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ
वोट न´ देवइ अब भरसटाचारी के
धरती से भगा देवई अतियाचारी के
शहीद हो अमर होजइवइ न´ भूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ
जात-पात के समाज से भेद मिटइवइ
समरस समाज के सभे मिलजुल बनइवइ
रिस्ता चाचा बाबु भइया न´ छूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ
ईमानदारी के लगइवइ अब नारा
नइतिकता के बनइवइ सभे से पियारा
उपदेश देवेले नाया अवधूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ
जइसन बनइवइ अउसने बनतइ समाज
एके जगह गइवइ आरती पढ़वइ नमाज
अपन देशवा ले हमहूँ अब अद्भूत बनवइ
भारत मइया के असली हम सपूत बनवइ