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भाषा रोॅ सुगन्ध / जटाधर दुबे
Kavita Kosh से
आपनोॅ खेतोॅ मे
रौदोॅ में काम करथौं
सुकून मिलै छै।
दोसरा रोॅ खेतोॅ में
ठंढोॅ में काम करोॅ
तेॅ कहैभेॅ मजूर।
आपनोॅ भाषा में
लिखै, पढ़ै, बोलै में
आपनोॅ खेतोॅ केॅ
वहेॅ सुगन्ध मिलै छै।
हे सुधीजन!
कब तलक
पराया भाषा केॅ खेतोॅ में
मजूरी करभेॅ?
आपनोॅ भाषा में
काम करी केॅ
मालिक तेॅ बनोॅ!