भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भिखक गीत / मैथिली लोकगीत

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

मरबा पर बैसल छथि बरुआ भिखारी बैन क
बरुआ भिखारी बैन क, बरुआ भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल...

बरुआ के दादी भीख लेने ठार छथि
भीखो नै लै छथि बरुआ ,भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल छथि...

बरुआ के नानी भीख लेने ठार छथि
सोना के चेन मंगै छथि बरुआ भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल...

बरुआ के अम्मा भीख लेने ठार छथि
भीख में मधुर मंगै छथि बरुआ भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल...

बरुआ के फुआ भीख लेने ठार छथि
भीखो संग आशीष मंगै छथि बरुआ ,भिखारी बैन क
मरबा पर बैसल......