भुलाया जाता नहीं है मुझ से / रंजना वर्मा
भुलाया जाता नहीं है मुझ से तेरी नज़र का सवाल करना
नज़र उठा के भी कुछ न कहना नज़र झुका के कमाल करना
पुकारतीं है नज़र ये तुझको चला भी आ अब तो पास मेरे
बसा हुआ है नज़र में मेरी तेरा वो हँसना धमाल करना
यही तमन्ना रही है दिल की हो हाथ में तेरे हाथ मेरा
न रूठ जाये कभी तू मुझसे मेरी मुहब्बत बहाल करना
बना मसीहा तू जिंदगी का दिखा था जिस दिन करीब मेरे
उसी मुलाकात की कसम है मेरी हमेशा सँभाल करना
न भूल जाना कसम वो वादे किये थे उल्फ़त में जो इरादे
कदम बढ़ाते मैं थक भी जाऊँ सनम मेरा कुछ खयाल करना
हुआ ज़माना है बेमुरव्वत नहीं किसी से हो कोई शिकवा
कहे जो कोई बुरा या अच्छा न बात का तू मलाल करना
भटक न जाना तू जिंदगी के फरेब वाले हैं सारे रस्ते
चला चले मंजिलों की जानिब तू ये सफ़र बेमिसाल करना