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भूख का हिसाब / वीरा
Kavita Kosh से
तमाम नन्हें बच्चे
उत्सुकता से
मेरे झोले के भीतर
झाँकते हैं
मैं उनसे यह
कैसे कहूँ कि
मेरे झोले में उनके
भोजन का हिसाब है
उनकी भूख का
कोई जवाब नहीं