भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भूख जैसे सवाल ,मत पूछो / जहीर कुरैशी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज


भूख जैसे सवाल, मत पूछो
देश का हालचाल मत पूछो!

इस प्रजातन्त्र की व्यवस्था में
तंत्र की ढील-ढाल, मत पूछो

मूल्य इतने गिरे मनुजता के
हँस रहा था दलाल, मत पूछो

उन जहाजों का डू्ब जाना ही
थी समन्दर की चाल, मत पूछो

देश की राजनीति में यारो,
पिछले सैंतीस साल, मत पूछो