भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
भूख / रामकुमार कृषक
Kavita Kosh से
मेरे जन्म से बहुत पहले
जनमी एक भूख / और
एक और भूख में समा गई
तब मेरा जन्म हुआ
और वही भूख
मुझमें भि आ गई !
रचनाकाल : 1971-1981