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भूल जाती है नदी / दुःख पतंग / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
पहाड़ों से टकराती है
करती है बगावत
पत्थरों से किनारों से
मिलने के लिए
समुद्र से
कुछ भी करने को आतुर नदी
भूल जाती है
समुद्र से मिलना
मिठास खोना है।