अश्रु बन ढल गया हर ग़म से यही भूल हुई रात पर मर मिटी शबनम से यही भूल हुई ज़िन्दगी भर की सभी साध उमंगे खोकर हमने चाहा तुम्हें बस हमसे यही भूल हुई